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view on forest fire

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देश   में जंगलों का दायरा बढ़ने के साथ आग लगने की घटनाओं में आई कमी पुरी दुनिया ग्लोबल वॉर्मिग की समस्या से परेशान है। दुनिया के कई देश ग्लोबल वॉर्मिग के कारण बिना मौसम बरसात और बाढ़ जैसी समस्या से जुझ रहा है, तो कहीं खतरनाक गर्मी से लोगों का जीना बेहाल हो गया है। ग्लोबल वॉर्मिग के कारण ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे है, तो कहीं जंगलों में लगातार लग रही आग एक बड़ी समस्या बनकर सामने आ रहे है। ऐसे समय में भारत   को बड़ी कामयाबी मिली है। भारत के वन क्षेत्र के दायरे में इजाफा हुआ है। केंद्र सरकार द्वारा वन क्षेत्र की स्थिति रिपोर्ट   के मुताबिक   पिछले दो   सालों में देश के हरित क्षेत्र में   5,188 वर्ग कि लोमीटर की बढ़ोतरी हुई है।   इसमें वन क्षेत्र और वन से   अलग   पेड़ों का हरित क्षेत्र भी शामिल है।   इसके साथ ही   भारत के कुल फॉरेस्ट कवर में भी पिछले 2 सालों में 0.56 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इन आंकड़ो के कारण भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जहां वन और ट्री कवर दोनों में लगातार बढ़ोत्तरी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक देश के कुल क्षेत्रफल में वन क्षेत्र की हिस्

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नागरिकता  देने और छीनने के बीच उलझा असल उद्देश्य  भारत  के पड़ोसी देशों अफगानिस्तान , बांग्लादेश और पाकिस्तान के प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता देने का बिल देश के उच्च सदन राज्यसभा से पारित होने के बाद कानून का रुप ले चुका है। साथ ही सरकार द्वारा इस कानून को पूरे देश में लागू करने की अधिसूचना भी जारी की जा चुकी है। संसद के दोनो सदनों से नागरिकता कानून को पास होने के बाद भी देश के कई हिस्सों में इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे है। कई इलाकों में प्रदर्शन धीरे-धीरे हिंसक रूप लेता जा रहा है, जो बेहद अकल्पनीय प्रतीत होता है। इन सभी प्रदर्शनों की मुख्य वजह नागरिकता कानून को नही समझना कहा जाए तो कुछ गलत नही होगा। क्योंकि कई जगहों के प्रदर्शन के दौरान यह देखा गया है कि प्रदर्शन करने वाले लोगों को अपने प्रदर्शन करने के मुद्दों के बारे में भी नही पता है। लेकिन विपक्षी पार्टियों और देश को भ्रमित करने वाले लोगों के बहकावे में आकर लोग बिना जाने और बिना सोचे-समझे नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने में लगे है। इसका ताज़ा उदाहरण दिल्ली का शाहीन बाग इलाका है, जहां पिछ